रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गाइडलाइंस के अनुसार मोबाइल वॉलेट ( जैसे की Paytm ) में KYC Verification करना जरुरी है। KYC (Know Your Customer) Verification से ग्राहक की पहचान और उसके पते (Address) की पहचान की जाती है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गाइडलाइंस के अनुसार यदि मोबाइल वॉलेट में Full KYC Verification नहीं करते हो तो आप अपने मोबाइल वॉलेट ( जैसे की Paytm ) का पूरा फायदा नहीं उठा सकोगे।
KYC Verification के लिए भारत सरकार ने आधार कार्ड को आवश्यक दस्तावेज मान है। लेकिन, आप पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, बिजली का बिल, राशन कार्ड आदि Documents से भी अपना KYC Verification करा सकते है।
Paytm में KYC Verification करने के क्या फायदे है ?
Paytm को KYC Verified कराने के बाद आप एक Paytm KYC Customer बन जाते है। और Full KYC-verified Paytm user होने के निम्न फायदे है।
1.) आप अपने Paytm Wallet में असीमित मासिक खर्च (unlimited monthly spending) के साथ एक लाख रूपये तक रख सकते हो।
2.) आप अपने Paytm Wallet से किसी दूसरे वॉलेट या बैंक अकाउंट में पैसे भेज सकते हो।
3.) आप Paytm Payments Bank में अकाउंट खोल सकते हो।
4.) आपको Special Offers और Cashback के ज्यादा मौके मिलते है।
Paytm में KYC Verification नहीं करने पर क्या होगा।
1.) Paytm को KYC Verified नहीं करवाने पर आप Paytm Non-KYC User होते हो।
2.) आपकी मासिक खर्च और वॉलेट की लिमिट (limit) 10000 रूपये रहती है।
3.) आप अपने Paytm Wallet से किसी दूसरे वॉलेट में और बैंक अकाउंट में पैसे नहीं भेज सकोगे।
4.) जो ऑफर Full KYC-verified Paytm यूजर को मिलते है उन्हें आप नहीं ले सकोगे।
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यदि अभी भी आपके मन में Paytm KYC Verification से संबंधित कोई भी प्रशन है या कोई सुझाव है तो आप हमे Comment के माध्यम से बता सकते है।